Nature Quotes And Sayings
मैंने पूरी ज़िन्दगी वहां कांटे निकालने और फूल लगाने का प्रयास किया है जहाँ वो विचारों और मन में बड़े हो सके.-अब्राहम लिंकन
अनुकूल बनें या नष्ट हो जाएं, अब या कभी भी, यही प्रकृति कि निष्ठुर अनिवार्यता है.-एच. जी. वेल्स
खिले हुए फूल और कुछ नहीं, बल्कि धरती की मुस्कराहट हैं| ~ ईई कमिंग्स
प्रकृति की गहराई में देखें, और आप हर चीज को बेहतर समझा पाएंगे| ~ अल्बर्ट आइंस्टीन
धुल स्वयं अपमान सह लेती है ओर बदले में फूलों का उपहार देती है | ~ रवीन्द्रनाथ टैगोर
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